Tuesday, November 23, 2021

सन्नाटा खिंचे दिन

  सन्नाटा खिंचे दिन



हाइकुकार- शैल रस्तोगी
मूल्य 75 रुपए
संस्करण प्रथम, 2001
प्रकाशक-

साहित्य वीची प्रकाशन 27/111 विश्वास नगर शाहदरा दिल्ली-32

सुप्रसिद्ध नवगीतकार और प्रतिष्ठित हाइकुकार डॉ० शैल रस्तोगी का सद्य प्रकाशित हाइकु संग्रह सन्नाटा खिचे दिन” में 341 हाइकु कविताएँ हैं। भाव जगत में पसरे सन्नाटे को
तोड़ने की दिशा में शैल जी के हाइकु एक सार्थक पहल करते प्रतीत होते हैं। प्रतीक और बिम्बों के माध्यम से भाव व्यक्त करने में दक्ष शिल्पी शैल रस्तोगी हाइकु के प्रति बेहद गम्भीर हैं। उनके हाइकु पाठक के मानस पटल पर लम्बे समय तक प्रभाव बनाए रखने में सक्षम हैं,
यह हाइकुकार की सफल प्रस्तुति का परिचायक है। इसी संग्रह से कुछ हाइकु-
करते नहीं / सन्नाटा खिंचे दिन / गूंगी बस्तियाँ (पृ०-8)
शिक्षिका हवा /आते ही लताड़ती / शिशु फूलों को (पृ०-9)
पख पसारे / मुंडेरी पै बैठी/ गौरैया धूप
(पृ०-33)
लेटी है घाटी/ लाचार एक नारी /पर्वत तले (पृ०-64)
डॉ०भगवत शरण अग्रवाल द्वारा लिखी गई भूमिका इस संग्रह के महत्व को और बढ़ाती है, इससे पाठकों को संग्रह की हाइकु कविताओं एवं हाइकुकार को समझने में विशेष सुविधा होगी। संग्रह मे अधिकतर हाइकु विशेष प्रभाव छोड़ने वाले हैं,वहीं खोजने पर कुछ ऐसे
भी हाइकु मिल सकते हैं जिनमें 5-7-5 वर्ण क्रम का निर्वाह तो हुआ है परन्तु उनमें हाइकु की आत्मा का सर्वथा लोप है और वे सामान्य कथन मात्र बनकर रह गए हैं। ऐसे हाइकु, संग्रह को कमजोर तो बनाते ही हैं साथ ही नए हाइकुकारों के भ्रमित हो जाने की अनेक संभावनाएँ
भी इनमें निहित रहती हैं। ऐसे ही कुछ हाइकु-
मॅहगाई ने / गुड़ गोबर की है / सारी प्लानिंग । पृ०-61
अब न रहा / ये निठुर संसार / रहने योग्य
1 पृ०-62
बरसात में / पता ही नहीं चलता / भोर साँझ का।
पृ०-31
डॉ० शैल रस्तोगी वरिष्ठ हाइकुकार के साथ-साथ एक समर्थ हाइकुकार हैं।
“जले अलाव / हाथ तापने लगी / कुबड़ी रात ।" जैसे हाइकु देने वाली शैल जी से हाइकु साहित्य संसार को बहुत अपेक्षा है। उनका हाइकु संग्रह “सन्नाटा खिंचे दिन” हाइकु प्रेमी सहज विश्वास है।
पाठकों को बेहद पसंद आएगा और इस संग्रह की अच्छी-खासी चर्चा होती रहेगी। ऐसा मेरा

समीक्षा- डा० जगदीश व्योम 


Friday, November 05, 2021

प्रकृति की गोद में

 प्रकृति की गोद में






प्रदीप कुमार दाश 'दीपक'

Sunday, October 31, 2021

जापानी कविताएँ

 




अनुवादक : सत्यभूषण वर्मा 

प्रथम संस्करण
1977

सीमांत प्रकाशन इंडिया 

Wednesday, October 27, 2021

भारतीय बच्चों के हाइकु

 भारतीय बच्चों के हाइकु





संपादक-

डा० जगदीश व्योम
संस्करण 2014
ISBN  978-93-82004-07-3

अँग्रेजी अनुवाद
डा० अंजलि देवधर

68 बच्चों की  हाइकु कविताएँ... 
दिल्ली के सरकारी स्कूल के बच्चों की हाइकु कविताओं का दुनिया का पहला द्विभाषी हाइकु संकलन.

हाइकु-1989

 हाइकु-1989





संपादक-

कमलेश भट्ट कमल
रामनिवास पंथी

संस्करण 1989

40 हाइकुकारों के 7-7 हाइकु हैं.

हाइकु-1999

 हाइकु-1999





संपादक-

कमलेश भट्ट कमल
संस्करण 1999

40 हाइकुकारों के 7-7 हाइकु हैं.

हाइकु-2009

 हाइकु-2009




संपादक-

कमलेश भट्ट कमल

संस्करण 2010

प्रकाशन संस्थान, नई दिल्ली


 60 हाइकुकारों के 7-7 हाइकु हैं.

हाइकु-2019

 हाइकु-2019




संपादक-

कमलेश भट्ट कमल एवं डा० जगदीश व्योम
संस्करण 2019

65 हाइकुकारों के 7-7 हाइकु   हैं.

इन्द्रधनुष

 इन्द्रधनुष




संपादक
आर. पी. शुक्ल

संस्करण 2011
9 हाइकुकार 

छत्तीसगढ़ की हाइकु साधना

 छत्तीसगढ़ की हाइकु साधना





संपादक

प्रदीप कुमार दाश 'दीपक'
संस्करण
2018